समय - सीमा 277
मानव और उनकी इंद्रियाँ 1034
मानव और उनके आविष्कार 812
भूगोल 249
जीव-जंतु 303
| Post Viewership from Post Date to 02- May-2024 (31st Day) | ||||
|---|---|---|---|---|
| City Subscribers (FB+App) | Website (Direct+Google) | Messaging Subscribers | Total | |
| 2293 | 158 | 0 | 2451 | |
| * Please see metrics definition on bottom of this page. | ||||
हम सभी यह अच्छी तरह से जानते हैं कि, किसी भी इंसान को जीवित रहने के लिए भोजन, कपड़ों और आश्रय की आवश्यकता होती है। निस्संदेह ही इसमें सबसे महत्वपूर्ण चीज भोजन है। साथ ही, सभी नागरिकों को भोजन उपलब्ध कराना प्रत्येक देश की सरकार का कर्तव्य होता है। लेकिन, वर्तमान ‘विश्व भूख सूचकांक’ में भारत काफ़ी निचले स्तर पर है। तो आइए, आज हमारे देश में मौजूद भुखमरी की समस्या के बारे में जानते हैं, और समझते हैं कि, यह समस्या कितनी गंभीर है।
वर्तमान समय में हमारे देश भारत की जनसंख्या 1.40 बिलियन है। इसलिए, अपने ‘राष्ट्रीय खाद्य सुरक्षा’ लक्ष्य को प्राप्त करने हेतु देश में कृषि आवश्यक है। बेहतर कृषि पद्धतियों, उत्पादन में वृद्धि और बाजार के अवसरों तक बेहतर पहुंच के साथ कृषि क्षेत्र को मजबूत करते हुए, राष्ट्रीय खाद्य सुरक्षा सुनिश्चित की जा सकती है।
कृषि उत्पादकता बढ़ाने के लिए, अधिक प्रयास करते हुए, हालांकि ‘राष्ट्रीय सुरक्षा’ पर भी ध्यान देना महत्वपूर्ण है। राष्ट्रीय खाद्य सुरक्षा, राष्ट्रीय सुरक्षा के लिए महत्वपूर्ण है, क्योंकि इससे, कोई भी नागरिक भोजन और पोषण तक पहुंच से वंचित न रहे, यह सुनिश्चित होता है। इस प्रकार उन्हें आर्थिक गतिविधियों और अन्य सामाजिक रूप से लाभकारी गतिविधियों में सक्रिय रूप से शामिल होने की अनुमति मिलती है।
‘अंतर्राष्ट्रीय खाद्य सुरक्षा आकलन 2022-32’ के अनुसार, भारत अपनी जनसंख्या आकार के कारण, खाद्य असुरक्षित प्रवृत्तियों से स्पष्ट रूप से प्रभावित होता है। इस परिदृश्य में राष्ट्रीय खाद्य सुरक्षा, भारत में पोषण संबंधी जीविका की आपूर्ति और कमजोर लोगों की आजीविका में सुधार करके आर्थिक विकास, गरीबी उन्मूलन और जनसंख्या की सुरक्षा में महत्वपूर्ण भूमिका निभाती है। बेहतर कृषि उत्पादन और वितरण तंत्र के साथ, राष्ट्रीय खाद्य सुरक्षा भारत की अर्थव्यवस्था को अधिक महत्वपूर्ण विकास और स्थिरता प्राप्त करने में मदद कर सकती है, और इस प्रकार राष्ट्रीय सुरक्षा में योगदान दे सकती है।
गरीबी, अपर्याप्त बुनियादी ढांचा, आधुनिक भंडारण प्रौद्योगिकियों की कमी और ऋण तक सीमित पहुंच सहित कई अन्य कारक भारत में खाद्य सुरक्षा को चुनौती देते हैं। आज, अत्यधिक खेती और कीटनाशकों के अमर्यादित उपयोग जैसी खराब कृषि पद्धतियों के कारण मिट्टी की उर्वरता कम हो गई है। जलवायु परिवर्तन के कारण होने वाली मौसम की चरम स्थितियों के कारण भी फसल बर्बाद होती है, और भोजन की कमी हो सकती है। अन्य चुनौतियों में अकुशल आपूर्ति श्रृंखला, खराब बाजार बुनियादी ढांचा और खंडित भूमि जोत शामिल हैं, जो उत्पादन और वितरण प्रणालियों को प्रभावित करते हैं।
दूसरा मुद्दा अल्पपोषण का भी है। भारत की 74.1% आबादी स्वस्थ भोजन नहीं खरीद सकती हैं। इसका मतलब यह है कि, भारत में 100 करोड़ से अधिक लोग अपर्याप्त पोषण वाला भोजन करने को मजबूर हैं। अल्पपोषण का मुद्दा भारत को प्रभावित कर रहा है, क्योंकि देश की 16.6% आबादी कुपोषित है। किफ़ायती और पौष्टिक भोजन की अनुपलब्धता देश में कुपोषण संकट को बढ़ा रही है। अनुमान है कि, 2030 तक लगभग 600 मिलियन लोगों को भूख का सामना करना पड़ सकता है।
इसका वैश्विक परिदृश्य भी एक चिंताजनक तस्वीर पेश करता है। वैश्विक आबादी के लगभग 29.6% लोग, भोजन तक निरंतर पहुंच से वंचित हैं। उनमें से, लगभग 900 मिलियन व्यक्तियों को गंभीर खाद्य असुरक्षा का सामना करना पड़ा हैं। परेशान करने वाली बात यह है कि, 2022 में भी पांच वर्ष से कम उम्र के लाखों बच्चे कुपोषण से पीड़ित रहे। इन बच्चों में से, 22.3% बच्चें अविकसित थे, 6.8% बच्चें कमज़ोर थे, और 5.6% बच्चें अधिक वजन वाले थे।
इस कारण, भारत सरकार ने ‘भुखमरी मुक्त समाज’ के लिए, लोगों के पोषण स्तर को बढ़ाने के लिए कई नीतिगत परिवर्तन और सामाजिक पहल की हैं। इनमें सार्वजनिक वितरण प्रणाली(Public Distribution System) और लक्षित पीडीएस के माध्यम से सब्सिडी वाला भोजन प्रदान करना, एकीकृत ‘बाल विकास सेवा योजना’ के माध्यम से लक्षित पूरकता, स्कूली बच्चों के लिए मध्याह्न भोजन योजना, महात्मा गांधी राष्ट्रीय ग्रामीण रोजगार गारंटी अधिनियम 2005, राष्ट्रीय खाद्य सुरक्षा अधिनियम 2013, आदि शामिल है।
इसके अलावा, अंत्योदय अन्न योजना का उद्देश्य सबसे गरीब लोगों में भूख को कम करना है। 2018 में, भारत सरकार ने बच्चों, किशोरों, गर्भवती महिलाओं और स्तनपान कराने वाली माताओं के लिए पोषण संबंधी परिणामों में सुधार के लिए पोषण अभियान (राष्ट्रीय पोषण मिशन) भी शुरू किया है।
संदर्भ
https://tinyurl.com/24zhbean
https://tinyurl.com/yvn3ty45
https://tinyurl.com/5n6esxfe
चित्र संदर्भ
1. भोजन करते भारतीय व्यक्ति को संदर्भित करता एक चित्रण (needpix)
2. एक भूखे किसान को संदर्भित करता एक चित्रण (needpix)
3. एक महिला किसान और बच्चों को संदर्भित करता एक चित्रण (pexels)
4. खेतों में काम करती महिला को दर्शाता एक चित्रण (pexels)
5. मध्याहन भोजन करते बच्चे को संदर्भित करता एक चित्रण (rawpixel)