तैराकी सीखने पर आपका शरीर और दिमाग़ दोनों तेज़ चलने लगेंगे!

गतिशीलता और व्यायाम/जिम
25-05-2024 09:28 AM
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तैराकी सीखने पर आपका शरीर और दिमाग़ दोनों तेज़ चलने लगेंगे!

तैराकी केवल मज़े के लिए की जाने वाली गतिविधि नहीं है, बल्कि यह एक बहुआयामी व्यायाम है, जो आपको ढेरों स्वास्थ्य लाभ प्रदान कर सकती है। आज के इस लेख में हम तैराकी के विज्ञान और स्वास्थ्य लाभों के बारे में गहराई से जानने की कोशिश करेंगे। इसके अतिरिक्त, हम हड़प्पा सभ्यता के 'महान स्नानागार' के माध्यम से तैराकी के ऐतिहासिक महत्व को भी समझने का प्रयास करेंगे। व्यायाम के अधिकांश अन्य रूपों के विपरीत, तैराकी पानी में होती है, जो शरीर के लिए अनोखी चुनौतियाँ और अवसर पेश करती है। पानी का प्रतिरोध करने के लिए तैराकों को खुली हवा में चलने की तुलना में अधिक प्रयास करने की आवश्यकता होती है। नतीजतन, तैराकी एक उत्कृष्ट कार्डियोवस्कुलर कसरत के रूप में कार्य करती है, जिससे हृदय के स्वास्थ्य और परिसंचरण को लाभ होता है। तैराकी की सबसे बड़ी चुनौतियों में से एक यह है कि पानी में हवा की तुलना में आगे बढ़ना कठिन होता है। इसका मतलब है कि तैराकों को अधिक मेहनत करनी पड़ती है, जो हृदय और रक्त प्रवाह के लिए बहुत अच्छा साबित होता है। प्रशिक्षण एक अच्छे तैराक बनने की प्राथमिक कुंजी है। तैराकी में बेहतर बनने के लिए, तैराकों को अलग-अलग व्यायाम करने की ज़रूरत होती है, जो उनके शरीर और दिमाग दोनों के लिए फायदेमंद होते हैं। तैराकी में कई अलग-अलग मांसपेशियों का उपयोग होता है। पैर, हाथ, पेट और पीठ जैसे सभी अंग शरीर को पानी के माध्यम से हिलाने में मदद करते हैं। इस प्रकार से तैराकी पूरे शरीर के लिए एक ऐसी कसरत बन जाती है, जो ताकत और सहनशक्ति बढ़ाने में मदद करती है। तैराकी सिर्फ मनोरंजन के लिए नहीं है! यह एक गंभीर खेल भी है जिसमें शरीर विज्ञान का बहुत अधिक उपयोग होता है। सही प्रशिक्षण के साथ, तैराक बेहतर ढंग से तैर सकते हैं और अपने तैराकी लक्ष्य तक पहुँच सकते हैं। तैरना न सिर्फ शरीर के लिए अच्छा है, बल्कि यह दिमाग के लिए भी लाभदायक साबित होता है। तैराकी मन को शांत , तनाव और चिंता को कम करने में मदद करती है।
तैराकी के कुछ अन्य लाभों को निम्नवत दिया गया है!
- यह आपके शरीर पर तनाव को कम करते हुए आपके दिल की धड़कन को तेज़ रखती है।
- यह सहनशक्ति, मांसपेशियों की शक्ति बढ़ाने तथा हृदय और फेफड़ों को स्वस्थ रखने में मदद करती है।
- यह स्वस्थ वज़न बनाए रखने में सहायता करती है।
- यह आपकी मांसपेशियों को टोन करती है और आपको मजबूत बनाती है।
- यह व्यायाम करने का एक आरामदायक और शांतिपूर्ण तरीका है।
- यह तनाव कम करने में मदद करती है।
- यह आपके समन्वय, संतुलन और मुद्रा में सुधार करती है।
- इससे आपका लचीलापन बढ़ता है!
तैराकी शुरू करना कोई मुश्किल काम नहीं है। इसे सभी उम्र, क्षमताओं और फिटनेस स्तर के लोग सीख सकते हैं।
तैराकी सीखने के दौरान कुछ बातों का जरूर ख्याल रखें:
- किसी अनुभवी प्रशिक्षक की देखरेख में ही सीखें!
- एक सुरक्षित वातावरण चुनें और बच्चों को तैराकी उपकरण पहना दें।
- पानी में प्रवेश करने से पहले अपनी मांसपेशियों और जोड़ों को गर्म करें और स्ट्रेच करें।
- पर्याप्त मात्रा में तरल पदार्थ हाथ में रखें और नियमित रूप से पियें।
- यदि आप अभी शुरुआत कर रहे हैं तो अत्यधिक अभ्यास करने से बचें। ऐसा प्रतीत होता है कि भारत में हमारे पूर्वज हज़ारों वर्ष पूर्व तैराकी के कुछ अद्वितीय लाभों को पहचान गए थे । हमारे बीच इसका एक प्रमाण सिंधु घाटी सभ्यता के सबसे प्रसिद्ध स्मारकों में से एक “मोहनजोदड़ो का विशाल स्नानघर” भी है । इसमें उत्तर और दक्षिण से स्नानागार में जाने के लिए दो चौड़ी सीढ़ियाँ हैं, इन सीढ़ियों के नीचे की चौड़ाई में एक उठा हुआ मंच है। फर्श का ढलान दक्षिण पश्चिम कोने में एक नाली की ओर है, जो उपयोग के बाद पानी को बहा ले जाता है। इस स्नानघर में कस कर फिट की गई ईंटों और एक विशेष प्लास्टर का उपयोग करके इसे रिसाव-प्रूफ बनाया गया था । साथ ही इसे पूरी तरह से जलरोधक बनाने के लिए, किनारों और तल पर संभवत टार की एक परत लगाई गई थी। किनारों के चारों ओर, ईंट के खंभों की पंक्तियाँ थीं, और इनमें से कुछ खंभे लकड़ी के पैनलों या खिड़कियों को सहारा देने के लिए डिज़ाइन किए गए थे। स्नानघर परिसर में दक्षिण से दो बड़े दरवाजों से प्रवेश किया जा सकता था। पूर्वी हिस्से में कई कमरे थे और उनमें से एक में एक कुआँ था, जिसका उपयोग स्नानघर को भरने के लिए किया जाता होगा। यह भी संभव है कि इस उद्देश्य के लिए वर्षा जल एकत्र किया गया हो, लेकिन इसके लिए नालियों का कोई सबूत नहीं है। स्नानघर में जलरोधक ईंटों से बना एक लंबा तैराकी क्षेत्र भी शामिल हो सकता है। विशेषज्ञों का मानना ​​है कि इस पूल का उपयोग महत्वपूर्ण धार्मिक समारोहों के लिए किया जाता था। इससे पता चलता है कि भारत में प्राचीन काल से ही पवित्र तालाबों, कुंडों और नदियों में इस तरह के अनुष्ठान महत्वपूर्ण रहे हैं।

संदर्भ
https://tinyurl.com/nba9y4x4
https://tinyurl.com/2p93zmt5
https://tinyurl.com/4hz9jb63

चित्र संदर्भ
1. स्विमिंग पूल में एक तैराक को संदर्भित करता एक चित्रण (Rawpixel)
2. स्विमिंग पूल में तैरती एक बच्ची को संदर्भित करता एक चित्रण (wikimedia)
3. तैराकी करते युवा को संदर्भित करता एक चित्रण (PickPik)
4. तैराकी सीखते बच्चों को संदर्भित करता एक चित्रण (islandinthenet)
5. मोहनजोदड़ो के विशाल स्नानघर को संदर्भित करता एक चित्रण (wikimedia)