क्या है फर्क आंतरिक डिज़ाइन और आंतरिक सजावट में?

घर - आंतरिक सज्जा/कुर्सियाँ/कालीन
28-10-2019 12:16 PM
क्या है फर्क आंतरिक डिज़ाइन और आंतरिक सजावट में?

मेरठ शहर साल दर साल अपना विस्तार करने में सफल हो रहा है और यह एक कारण है कि मेरठ में रियल एस्टेट (Real Estate) बड़ी तेज़ी से बढ़ रहा है। रियल एस्टेट का बढ़ना इस बात का सबूत है कि मेरठ में नई बहु मंज़िला इमारतों और स्वतंत्र इमारतों का बनना तेज़ी से शुरू हो रहा है। मेरठ में रियल एस्टेट के बढ़ने के दो प्रमुख कारक हैं, पहला यह दिल्ली के अत्यंत नज़दीक है और दूसरा विभिन्न कल कारखानों में काम करने वाले लोगों के लिए आवास की आवश्यकता। अब जब बड़ी जनसँख्या मेरठ की तरफ कूच कर रही है तो ऐसे में आवासीय योजनायें तो बढ़ेंगी ही। इमारतों के निर्माण में और उनके निर्माण के उपरांत दो ऐसे बिंदु हैं जिनकी आवश्यकता पड़ती है, पहली आतंरिक सजावट और दूसरी आतंरिक डिज़ाइन (Design)। ये दोनों बिंदु भिन्न हैं और ये अलग-अलग प्रकार के अर्थ के घोतक हैं। आइये पढ़ते हैं आतंरिक सजावट और आतंरिक डिज़ाइन के बारे में और साथ ही साथ जैसा कि यह भी एक रोजगार के प्रफुल्लित साधन के रूप में निकल कर सामने आ रहा है तो इस क्षेत्र में रोज़गार कैसे बनाया जा सकता है।

आतंरिक डिज़ाइन मुख्य रूप से इस समस्या का हल निकालता है कि आखिर स्थान का सही प्रयोग किस प्रकार से किया जा सकता है। आतंरिक डिज़ाइन से घर के अन्दर के स्थान को इस तरीके से सुसज्जित किया जाता है जिससे यह पता चलता है कि आखिर घर को किस प्रकार से रहने लायक बनाया जा सकता है जहाँ तमाम सुविधाएं उपलब्ध हों। जबकि आतंरिक सजावट एक ऐसी विधा है जो बिना किसी निर्माण परिवर्तन किये वस्त्रों, रंगों आदि के आधार पर सजावट का कार्य करे। उदाहरण के रूप में यदि हम देखें तो एक आतंरिक डिज़ाइनर एक रसोई की विस्तृत योजना बनाता है और उसका निर्माण करवाता है और वहीं पर एक आतंरिक सजावट करने वाला उसमें उचित परदे, वालपेपर (Wallpaper), रंग आदि के चयन से उस रसोई को सुन्दर बनाता है।

अब यह सवाल भी उठ सकता है कि आखिर इन दोनों की आवश्यकता ही क्या है? तो इसके लिए यह कहा जा सकता है कि आतंरिक डिज़ाइन और आतंरिक सजावट एक घर को रंगों और कला के अनुसार इस प्रकार से सुसज्जित करते हैं कि वह व्यक्ति को एक आनंदित अनुभव प्रदान करने में सक्षम हो पाता है। यह घर में रहने वालों की मानसिकता का भी प्रदर्शन करता है।

आतंरिक डिज़ाइन और आतंरिक सजावट की पढ़ाई उन लोगों के लिए है जिनका कला के प्रति विशेष झुकाव होता है। जैसा कि यह एक ऐसा क्षेत्र है जहाँ पर लोगों के घरों के वास्तु में आपको कार्य करना रहता है तो इसमें पारंगत होने की आवश्यकता है। ग्राहकों का इस क्षेत्र में बड़ा ही ध्यान रखने की आवश्यकता होती है क्यूंकि एक मनुष्य बार-बार अपने घर को नहीं बनवाता है अतः इसमें पारंगत होना अत्यंत ही ज़रूरी है।

आतंरिक डिज़ाइनर बनना एक अत्यंत ही मज़ेदार काम है, यह प्रत्येक बार कोई न कोई नयी दिल्चष्प कला को लेकर आता है। यह क्षेत्र आमदनी के मामले में भी एक अच्छा विकल्प है तथा इस क्षेत्र में तनख्वाह भी अच्छी मिलती है। यह क्षेत्र उन्नतियों से भरा पड़ा है।

संदर्भ:
1.https://www.quora.com/Why-is-interior-design-important
2. https://essentialhome.eu/inspirations/interiors-decor/importance-interior-design/
3. https://www.thespruce.com/what-is-interior-decorating-3572045
4. https://www.quora.com/What-is-the-scope-of-interior-design-in-india
5. https://freshome.com/2014/10/13/10-things-you-should-know-about-becoming-an-interior-designer/