मकर संक्रांति की भांति विश्व संस्कृति में फसलों को शुक्रिया अदा करते त्यौहार

विचार I - धर्म (मिथक/अनुष्ठान)
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मकर संक्रांति की भांति विश्व संस्कृति में फसलों को शुक्रिया अदा करते त्यौहार

विश्व की विभिन्न संस्कृतियों में प्रकृति को पूजनीय माना गया है, क्यों की यह धरती पर जीवित रहने की सभी संभावनाओं का निर्माण करती है। उदाहरण के तौर पर विभिन्न फलों और फसलों को विश्व का पेट भरने का श्रेय दिया जाता है। अतः फसलों को धन्यवाद देने के लिए जिस प्रकार भारत में मकर संक्रांति का त्यौहार बड़े ही हर्षोल्लास के साथ मनाया जाता है, ठीक उसी प्रकार दुनिया के दूसरे देशों में त्योहारों अथवा विभिन्न माध्यमों से प्रकृति का आभार व्यक्त किया जाता है।
दुनियाभर में प्रकृति को समर्पित अधिकांश फसल के त्योहारों का मूल उद्द्येश्य प्रकृति को धन्यवाद देना है। हालांकि यह दुनिया भर में अलग-अलग नामों के साथ जाने जाते हैं, लेकिन आमतौर पर संदेश समान रहते हैं। जैसे सभी संस्कृतियों में हल चलाने वाले अर्थात किसान को धन्यवाद दिया जाता है, जो दिन भर कड़ी धूप में मेहनत करते हैं। बारिश, सूर्य और दूध देने वाली गाय का आभार व्यक्त किया जाता है। जो फसल का पालन पोषण करते हैं। इसी संदर्भ में विभिन्न देशों द्वारा मनाये जाने वाले फसलों के त्योहारों की सूची निम्नवत दी गई है: 1. मकर संक्रांति (भारत): भारत में मनाए जाने वाले लोकप्रिय पर्व मकर संक्रांति को फसलों का त्योहार भी कहा जाता है। संक्रांति का शाब्दिक अर्थ ‘वेग या गति’ होता है। “मकर संक्रांति” एक ऐसा पर्व है, जिस दिन राशिचक्र में महत्वपूर्ण परिवर्तन शुरू होते है। ‘मकर संक्रांति’ को खेत-खलियानों, फसलों से जुड़े हुए त्योहार के रूप में भी मनाया जाता है। मकर संक्रांति का पहला दिन धरती, दूसरा दिन मानवों और तीसरा दिन मवेशियों को समर्पित होता है। धरती को प्रथम स्थान इसलिए दिया गया है,क्योंकि धरती से ही हमारा अस्तित्व है। इसलिए मकर संक्रांति को फसलों का त्योहार भी कहते है। 2.कामतन “Kaamatan” (मलेशिया) : कामतन या पेस्टा, मलेशिया में सबा राज्य और संघीय क्षेत्र लाबुआन में प्रतिवर्ष मनाया जाने वाला फसल उत्सव का एक रूप है। यह आम तौर पर जातीय कदज़ान- दुसुन (Kadazan-Dusun) के साथ ही राज्य में अन्य संबंधित जातीय समूहों द्वारा मनाया जाता है, और मई के पूरे महीने तक रहता है, जो एक पुजारी द्वारा चुनी गई तारीख पर सार्वजनिक अवकाश के साथ समाप्त होता है। जिसे बोबोहिज़न (bobohizn) कहा जाता है 3.अलवरडोबा “Alaverdoba” (जॉर्जिया): अलवरडोबा पूर्वी जॉर्जियाई प्रांत का खेती से संबंधित धार्मिक और लोक उत्सव है, जिसकी परंपराएं फसल उत्सव से जुड़ी हुई हैं। यह त्योहार कई दिनों तक चलता है। 19वीं सदी में इस पर्व में कृषि मेले की परंपरा को जोड़ा गया। अलवरडोबा अभी भी खेतीहर किसानों में व्यापक रूप से मनाया जाता है, जिसमें स्थानीय लोगों के साथ-साथ पड़ोसी समुदायों के आगंतुक भी शामिल होते हैं। 4.थैंक्सगिविंग “thanksgiving” (संयुक्त राज्य अमेरिका) : इसे कभी-कभी अमेरिकी थैंक्सगिविंग (american thanksgiving) (संयुक्त राज्य अमेरिका के बाहर) भी कहा जाता है। इसकी शुरुआत थैंक्सगिविंग और हार्वेस्ट फेस्टिवल (Harvest Festival) के दिन के रूप में हुई। थैंक्सगिविंग समारोह का केंद्र बिंदु थैंक्सगिविंग डिनर (thanksgiving dinner) रहता है। रात के खाने में पारंपरिक रूप से अमेरिका के स्वदेशी खाद्य पदार्थ और व्यंजन होते हैं, जैसे टर्की, आलू (आमतौर पर मैश किए हुए या मीठे), स्टफिंग (Stuffing), स्क्वैश (Squash) , मकई (मक्का), हरी बीन्स, क्रैनबेरी (cranberry), और कद्दू पाई आदि शामिल होते हैं। अमेरिकी संस्कृति में थैंक्सगिविंग को पतझड़-सर्दियों की छुट्टियों के मौसम की शुरुआत के रूप में माना जाता है। न्यू इंग्लैंड और वर्जीनिया उपनिवेशवादियों (Colonists of New England and Virginia) ने मूल रूप से उपवास के दिनों के साथ-साथ थैंक्सगिविंग को मनाया। फसल, जहाज लैंडिंग, सैन्य जीत, या सूखे के अंत जैसे आशीर्वाद के लिए भगवान को धन्यवाद दिया। 5.इंडोनेशिया में फसल त्योहार- चावल की भूमि! के नाम से प्रख्यात इंडोनेशिया देश अपनी उस विशिष्टता का जश्न मनाना नहीं भूलता है, जो चावल के बड़े पैमाने पर उत्पादन में निहित है। इस त्योहार के दौरान, गांवों को झंडों से सजाया जाता है, और चावल के खेतों के सबसे पवित्र कोनों में देवी के सम्मान में समर्पित बांस के साधारण मंदिर बनाए जाते हैं। साथ ही लोग बड़े पैमाने पर एक साथ फसलों और दावत का आनंद लेने के लिए एकजुट होते हैं। 6. सुकोट “sukot” (इज़राइल):- मिठाइयों की भूमि! के नाम से प्रख्यात इजराइल के लोग अपनी प्राचीन जीवन शैली का जश्न सुकोट त्यौहार के तौर पर मानते हैं। इज़राइल की भरपूर फसल का जश्न मनाते हुए, यह त्यौहार उस समय को याद करता है जब इज़राइली अस्थायी आश्रयों में रहते थे, और रेगिस्तान में घूमते थे। 7.लैमास महोत्सव “Lamas Festival” यूनाइटेड किंगडम: लैमास महोत्सव यूनाइटेड किंगडम में मनाया जाता है और यह फसलों के प्रचुर उत्पादन का प्रतीक है। वे रोटी पकाकर और उन्हें चर्च की वेदियों में छोड़ कर गेहूं के अपने गुणवत्ता उत्पादन का धन्यवाद अदा करते हैं।
हालांकि ऊपर दिए गए सभी पर्वों में से अधिकांश आज भी मनाये जाते हैं। लेकिन प्राचीन संस्कृतियों में भी फसलों से जुड़े हुए अनेक त्यौहार रहे हैं, जिनमे से कुछ भुला दिए गए है, तथा कुछ अभी भी जीवित हैं। इनकी सूची क्रमशः दी गई है
1.यूनानी: एथेनियंस के चंद्र-सौर कैलेंडर (Lunar-solar calendar of the Athenians) के अनुसार, प्राचीन ग्रीस में,एक महीने के लिए फसल की देवी के सम्मान में एक समान उत्सव आयोजित किया गया था, जिसने मानव जाति को मिट्टी की देखभाल करना सिखाया था। प्राचीन यूनानियों ने डेमेटर “Demeter” (ग्रीक धर्म में, देवताओं क्रोनस और रिया की बेटी, ज़ीउस की बहन और कृषि की देवी) की सभी अनाजों की देवी के रूप में पूजा की थी। प्रत्येक शरद ऋतु में थिस्मोस्फोरिया (thesmophoria) का त्योहार देवी के सम्मान में आयोजित किया जाता था।
2. रोम वासी: सेरेलिया (cerelia) नामक रोमन उत्सव, एक फसल उत्सव, डेमेटर के सम्मान को समर्पित था। इस उत्सव में संगीत, परेड, खेल और धन्यवाद भोज शामिल किये जाते थे।
3. इब्रियों: यहूदी परिवार भी एक फसल उत्सव मनाते हैं, जिसे वे सुक्कोथ (sukkoth) कहते हैं। प्रत्येक शरद ऋतु में,सुक्कोथ को 3000 से अधिक वर्षों से मनाया जाता रहा है, सुक्कोथ हिब्रू महीने तिशरी के 15 वें दिन शुरू होता है।
4.चीन: प्राचीन चीनियों ने चुंग चुई (chung chui) के नाम से अपना फसल उत्सव मनाया, जो 8 वें महीने के 15 वें दिन पड़ता है। इस दिन को चंद्रमा का जन्मदिन माना जाता है, और चंद्रमा की तरह गोल और पीले रंग के विशेष "मून केक" बेक किए जाते थे। चावल और गेहूं की फसल की कटाई के सम्मान में चीनी चंद्र कैलेंडर के 8 वें महीने के 15 वें दिन चीन का प्रसिद्ध चंद्रमा त्योहार मनाया जाता है। त्योहार के दौरान, परिवार पूर्णिमा को देखने के लिए इकट्ठा होते हैं, जिसे सद्भाव, भाग्य और बहुतायत का प्रतीक माना जाता है। वे गर्म चीनी चाय के एक अच्छे कप के साथ विभिन्न प्रकार के मून केक का सेवन करते हैं। किंवदंती के अनुसार, चुंग चुई एक और विशेष अवसर के तौर पर ईश्वर को धन्यवाद देने का अवसर भी था।
5.मिस्रवासी: प्राचीन मिस्रवासियों ने वनस्पति और उर्वरता के देवता मिन (Min) के सम्मान में अपना फसल उत्सव मनाया। मिन का त्यौहार वसंत ऋतु के दौरान आयोजित किया जाता था, जिस दौरान आयोजित परेड में संगीत, नृत्य और खेलकूद के साथ एक शानदार दावत का आयोजन किया गया जाता था।

संदर्भ 
https://bit.ly/33g20ic
https://bit.ly/3zZp54X
https://bit.ly/3FruaE7
https://bit.ly/3Fu1JW5
https://bit.ly/3rgeZZd
https://bit.ly/3nmh70s
https://bit.ly/3K9rFd6
https://bit.ly/33Ce7WVl
https://bit.ly/3I3v2k6
https://bit.ly/3fmpc0C

चित्र संदर्भ   

1. मकर संक्रांति भोज को दर्शाता एक चित्रण (wikimedia)
2. मकर संक्रांति पर खेत में किसान को दर्शाता एक चित्रण (flickr)
3. कामतन “Kaamatan” (मलेशिया) उत्सव को दर्शाता एक चित्रण (wikimedia)
4.अलवरडोबा “Alaverdoba” (जॉर्जिया) उत्सव को दर्शाता एक चित्रण (flickr)
5. थैंक्सगिविंग “thanksgiving” (संयुक्त राज्य अमेरिका) के भोज को दर्शाता एक चित्रण (flickr)
6. फसलोत्स्व के दौरान किसानों को दर्शाता एक चित्रण (flickr)
7. सुकोट “sukot” (इज़राइल) के जश्न को दर्शाता एक चित्रण (wikimedia)
8. 7.लैमास महोत्सव “Lamas Festival” यूनाइटेड किंगडम को दर्शाता एक चित्रण (flickr)