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रूपयौवनसंपन्ना विशाल कुलसम्भवाः।
विद्याहीना न शोभन्ते निर्गन्धा इव किंशुकाः॥
- आप चाहे रूपसंपन्न हो, यौवंसम्पन्न हो अथवा बड़े कुल में आपका जन्म हुआ हो, अगर आपके पास विद्या नहीं है तो आप उस केसुडे की फूल की तरह हो जिसमे अगर सुगंध ना हो तो उसका कोई महत्व नहीं होता।
शिक्षण ज्ञान पाने की एक ऐसी प्रक्रिया है जो आपके जन्म से लेकर मृत्यु तक अविरत चलते रहती है। शिक्षा एक व्यक्ति को समाजीकृत करती है तथा समाज का एक जिम्मेदार नागरिक बनाने के लिए आवश्यक ज्ञान तथा कौशल उपलब्ध कराती है। शिक्षा इंसान के अंतर्निहित क्षमता तथा उसके व्यक्तित्त्व का विकसित करने वाली प्रक्रिया है।
शिक्षा की विभिन्न परिभाषाएं हैं लेकिन उन सभी का अंतिम उद्देश्य व्यक्ति का संपूर्ण विकास है; भौतिक, सामाजिक, नैतिक, मानसिक तथा आत्मिक। शिक्षा से जब किसी व्यक्ति की उन्नति होती है तो साथ में ही पुरे समाज की भी उन्नति निश्चित होती है।
मेरठ राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र में शामिल है तथा पश्चिमी उत्तर प्रदेश के लिए वह महत्वपूर्ण शिक्षा केंद्र है। सिर्फ शहर ही नहीं बल्कि पुरे इलाके के लिए एवं आस-पास के ग्रामीण क्षेत्र के लिए मेरठ उच्च शिक्षा स्तर सुविधाएँ प्रदान करता है। सन 2011 के जनगणना के अनुसार मेरठ के कुल क्षेत्र में से 91.67% में शिक्षा सुविधाएँ उपलब्ध हैं।
सन 2002 के एक सरकारी विवरण के मुताबिक मेरठ में शिक्षा के विविध स्तरानुसार तक़रीबन 133 सरकारी एवं निन्मसरकारी संस्थाएं हैं तथा सरकारी मान्यता प्राप्त 716 संस्थाएं हैं, मात्र विश्वविद्यालय, आईटीआई और अन्य प्रौद्योगिक शिक्षण संस्थाएं सरकारी अख्तयार में ही हैं।
मेरठ शहर में सन 2006 तक उपलब्ध विवरण के अनुसार 645 प्राथमिक पाठशाला, 104 कनिष्ठ विद्यालय, 12 माध्यमिक और 74 उच्च माध्यमिक शिक्षा केंद्र हैं। उच्चस्तरीय पढाई के लिए मेरठ में 2 विश्वविद्यालय, 1 मेडिकल कॉलेज, 4 आईटीआई और 8 अन्य उच्चस्तरीय शिक्षा की विभिन्न संस्थाएं मौजूद हैं। राज्य सरकार, उच्चस्तरीय शिक्षा निति के अनुसार, गैर-सरकारी/निजी शिक्षण संस्थाओं को बढ़ावा दे रही है जिस कारण मेरठ में इन संस्थाओं की संख्या बढ़ रही है। संपूर्ण उत्तर भारत के लिए मेरठ एक महत्वपूर्ण शिक्षा केंद्र बन गया है।
सन 2011 की जनगणना के अनुसार मेरठ ज़िले का साक्षरता प्रमाण 72.8 % है जो उत्तर प्रदेश राज्य (67.7%) से ज्यादा है तथा जिसमे पुरुष साक्षरता दर 80.7% है और महिला साक्षरता दर 64% है।
मेरठ जिला शिक्षा क्षेत्र श्रेणी में 13वे स्थान पर है।
प्रस्तुत चित्र ‘द रोमन कैथोलिक डायोसीस ऑफ़ मेरठ’ की वेबसाइट पर उपलब्ध संत जोसेफ उच्च माध्यमिक पाठशाला का है जो मेरठ के सबसे पुराने पैरिश स्कूल में से एक है।
1. डिस्ट्रिक्ट सेन्सस हैंडबुक मेरठ: http://www.censusindia.gov.in/2011census/dchb/DCHB_A/09/0907_PART_A_DCHB_MEERUT.pdf 2. सिटी डेवलपमेंट प्लान- फायनल रिपोर्ट अगस्त 2006, जवाहरलाल नेहरु नेशनल अर्बन रिन्यूअल मिशन http://jnnurmmis.nic.in/toolkit/CDP_Meerut.pdf 3. http://icssr.org/EXECUTIVE%20SUMMARY-%20Meerut.pdf 4. एजुकेशन स्टेटस रिपोर्ट-उत्तर प्रदेश नवम्बर 2013 http://www.educationinnovations.org/sites/default/files/Status%20of%20Elementary%20Education%20in%20Uttar%20Pradesh.pdf 5. बेसलाइन सर्वे ऑफ़ माइनॉरिटी कंसंट्रेशन डिस्ट्रिक्ट मेरठ, उत्तर प्रदेश http://icssr.org/Revised_report_Meerut.pdf 6. http://www.thecatholicdioceseofmeerut.com/history.aspx