| Post Viewership from Post Date to 22- Mar-2021 (5th day) | ||||
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| City Readerships (FB+App) | Website (Direct+Google) | Messaging Subscribers | Total | |
| 1089 | 2343 | 0 | 3432 | |
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आंत माइक्रोबायोम भोजन, प्रतिरक्षा प्रणाली, केंद्रीय तंत्रिका तंत्र और अन्य शारीरिक प्रक्रियाओं के पाचन को नियंत्रित करके जन्म से और जीवन भर तक शरीर को प्रभावित करता है। वहीं स्वस्थ और अस्वास्थ्यकर रोगाणुओं के असंतुलन को कभी-कभी आंत डिस्बिओसिस (Dysbiosis) कहा जाता है, और यह वजन बढ़ाने में योगदान कर सकता है। कई प्रसिद्ध अध्ययनों से पता चला है कि आंत माइक्रोबायम समान जुड़वा बच्चों के बीच पूरी तरह से अलग था, जिनमें से एक मोटापे से ग्रस्त था और दूसरा बिल्कुल स्वस्थ था। इससे पता चला कि माइक्रोबायोम में अंतर आनुवंशिक नहीं थे। दिलचस्प बात यह है कि एक अध्ययन में, जब मोटापे वाले जुड़वां से माइक्रोबायोम को चूहों में स्थानांतरित किया गया था, तो उन्होंने दुबले जुड़वा के मुकाबले अधिक वजन प्राप्त किया, हालांकि दोनों समूहों को एक ही आहार देने के बावजूद। ये अध्ययन बताते हैं कि माइक्रोबायम डिस्बिओसिस वजन बढ़ाने में अहम भूमिका निभा सकता है। सौभाग्य से, प्रोबायोटिक (Probiotic) एक स्वस्थ माइक्रोबायोम के लिए अच्छे हैं और वजन घटाने में मदद कर सकते हैं। फिर भी, अध्ययन से पता चलता है कि वजन घटाने पर प्रोबायोटिक्स का प्रभाव संभवतः काफी कम है, जिसमें लोग लगभग 1 किलोग्राम ही वजन घटा सकते हैं।
इनके कई अन्य भी फायदें हैं जो माइक्रोबायोम के माध्यम से मानव शरीर को प्राप्त होते हैं। माइक्रोबायोम की भूमिका को समझने और इनसे लाभांवित होने के लिए वर्तमान में मानव माइक्रोबायोम परियोजना शुरू की गयी है जिसका उद्देश्य मानव स्वास्थ्य पर सूक्ष्मजीवों के प्रभाव को पहचानने और विश्लेषण करने हेतु संसाधनों और विशेषज्ञों को विकसित करना है। यह परियोजना 2007 में राष्ट्रीय स्वास्थ्य संस्थान द्वारा शुरू की गयी थी। राष्ट्रीय स्वास्थ्य संस्थान ने इस परियोजना के लिए पांच सालों के अंदर 170 मिलियन डॉलर का निवेश किया है तथा यह संयुक्त राष्ट्र अमेरिका (United State of America) के कई संस्थानों और केंद्रों को सहायता प्रदान कर रहा है। यह परियोजना एक नक़्शे की भांति कार्य कर रही है जो मानव स्वास्थ्य, पोषण, प्रतिरक्षा तंत्र आदि में सूक्ष्मजीवों की भूमिका को खोजती है तथा शरीर के प्रमुख अंगों जैसे-नाक, मुंह, त्वचा आदि पर केंद्रित है।
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