समय - सीमा 267
मानव और उनकी इंद्रियाँ 1051
मानव और उनके आविष्कार 814
भूगोल 260
जीव-जंतु 315
| Post Viewership from Post Date to 21- Feb-2024 (31st Day) | ||||
|---|---|---|---|---|
| City Subscribers (FB+App) | Website (Direct+Google) | Messaging Subscribers | Total | |
| 156 | 171 | 0 | 327 | |
| * Please see metrics definition on bottom of this page. | ||||
भारत के पूर्व प्रधान मंत्री अटल बिहारी वाजपेयी
एक महान कवि-राजनेता थे जो अपनी भाषण कला के लिए बहुत प्रसिद्ध थे। अटल बिहारी
वाजपेयी जी के भाषण प्रेरणा और जोश से भरे होते थे तथा उनकी इस प्रतिभा को उनके उन
भाषणों में देखा जा सकता है, जिसमें वे भारत के ध्रुवीकरण से बचने की आवश्यकता के बारे
में बात कर रहे हैं। वे एक साधारण व्यक्ति थे जो अपनी राजनीतिक प्रतिबद्धताओं के
लिए दृढ़ रहे। 13 अक्टूबर 1999 को उन्होंने लगातार दूसरी बार राष्ट्रीय जनतांत्रिक
गठबंधन की नई गठबंधन सरकार के प्रमुख के रूप में भारत के प्रधानमंत्री का पद ग्रहण
किया। 1996 में वह थोड़े समय के लिए प्रधान मंत्री बने। पंडित जवाहरलाल नेहरू के
बाद वे पहले ऐसे प्रधान मंत्री हैं जो लगातार दो जनादेशों के साथ भारत के प्रधान
मंत्री बने। इस वर्ष हम उनका 100वां जन्मदिन मनाएंगे, तो आइए इस अवसर पर उनके उन प्रसिद्ध भाषणों को सुनें, जिन्होंने भारत को
आकार दिया।
संदर्भ: