आइए देखें, बसंत पंचमी के कुछ लोकप्रिय खाद्य पदार्थों और उनको बनाने की विधियों को

विचार I - धर्म (मिथक/अनुष्ठान)
02-02-2025 09:19 AM
Post Viewership from Post Date to 05- Mar-2025 (31st) Day
City Readerships (FB+App) Website (Direct+Google) Messaging Subscribers Total
2212 65 0 2277
* Please see metrics definition on bottom of this page.

बसंत पंचमी, ज्ञान की देवी मां सरस्‍वती को समर्पित एक महत्वपूर्ण पर्व है, जो कि माघ मास के शुक्‍ल पक्ष की पंचमी  पर मनाया जाता है। इस दिन, ज्ञान की देवी मां सरस्‍वती की विधि विधान से पूजा की जाती है तथा उन्हें पीले रंग का भोग लगाया जाता है। इस त्यौहार के दौरान, प्रसाद और भोजन का चयन, मुख्य रूप से पीले रंग पर केंद्रित होता है। बसंती पुलाव और मीठे पीले चावल, इस उत्सव के कुछ सबसे लोकप्रिय व्यंजन   हैं। इसके अलावा, अन्य पारंपरिक प्रसाद भी पीले रंग के होते हैं, जिनमें बूंदी के लड्डू, पीले फल, केसरी खीर, शीरा और राजभोग शामिल  होते हैं। ये सभी व्यंजन, देवी सरस्वती का भोग माने जाते हैं। हल्दी के उपयोग के अलावा, इस त्यौहार के भोजन में अन्य प्राकृतिक सामग्री भी मिलाई जाती है, जैसे केसर और सुनहरे रंग का मसाला, जो भोज्य पदार्थ के रंग को  मज़बूत करने और विशेष व्यंजनों को दिव्य सुगंध प्रदान करने की अपनी क्षमता के लिए  जाना जाता है। त्यौहार की तैयारियों के दौरान, मूंग   और तूर  जैसी पीली दालों को प्राकृतिक रूप से पीले फलों और  सब्ज़ियों के साथ शामिल किया जाता है, जिन्हें नमकीन और मीठे व्यंजनों में मिलाया जाता है। इन पकवानों को बनाने के लिए केसर, गुड़ और सूखे मेवों जैसी सामग्री का उपयोग किया जाता है। मीठे चावल, बूंदी के लड्डू, पूरन पोली और गुरेर पायेश, बसंत पंचमी की सबसे ज़्यादा खाई जाने वाली मिठाइयों में से हैं। तो आइए, आज कुछ चलचित्रों की मदद से इस त्योहार के कुछ लोकप्रिय खाद्य पदार्थों के बारे में विस्तार से जानें। हम इस दिन देवी सरस्वती को चढ़ाए जाने वाले भोग की कुछ  रेसिपियों को जानेंगे । हम यह भी  देखेंगे कि, इस उत्सव के  लिए विशेष  पेड़े कैसे  बनाए जाते हैं।

 

संदर्भ:

https://tinyurl.com/4pyep2wa 
https://tinyurl.com/5c47r24w 
https://tinyurl.com/yy2jen3y 
https://tinyurl.com/d8tuwkmz 
https://tinyurl.com/2p9ubvaf 


 



Definitions of the Post Viewership Metrics

A. City Readerships (FB + App) - This is the total number of city-based unique readers who reached this specific post from the Prarang Hindi FB page and the Prarang App.

B. Website (Google + Direct) - This is the Total viewership of readers who reached this post directly through their browsers and via Google search.

C. Messaging Subscribers - This is the total viewership from City Portal subscribers who opted for hyperlocal daily messaging and received this post.

D. Total Viewership - This is the Sum of all our readers through FB+App, Website (Google+Direct), Email, WhatsApp, and Instagram who reached this Prarang post/page.

E. The Reach (Viewership) - The reach on the post is updated either on the 6th day from the day of posting or on the completion (Day 31 or 32) of one month from the day of posting.